लेखनी कहानी -26-Oct-2022
दिवाली आयी थी मिलने,
कल दिवाली आयी थी मिलने,
आज फिर कहीं चली गयी हैं,
स्वागत में दिवाली के रंग ज़मी पर सजाये थे,
फ़ूलों की लरियां लगायी,
कुछ कमीं पेशी दिखी तो,
स्वागत का कैलेंडर भी लायी,
एक एक दीप जलाए,
रोशन हो मन, घर, और संसार,
इसलिए " श्री राम अयोध्या लौट आए",
Khan
28-Oct-2022 06:54 PM
Very nice 👍🌺💐
Reply
Muskan khan
27-Oct-2022 06:04 PM
Nice 👌
Reply
Shashank मणि Yadava 'सनम'
27-Oct-2022 05:56 AM
बहुत ही सुंदर सृजन
Reply